Saturday 31 July, 2010

SHAYARI, GAUR FARMAIYE

ना  वक़्त  इतना  कि  सिलेबस पूरा  किया  जाये , ना  कोई  तरकीब  कि  कैसे  एक्जाम  पास  किया  जाये , 1 ऐसा  दर्द  दिया  है  इस  पढाई  ने , ना  रोया  जाये , ना  जम  के  सोया  जाये ....................................


वाह  वाह  वाह  वाह ........................................है  ना  कमाल..............................................

1 comment:

खबरों की दुनियाँ said...

थोड़ा मलहम लगाया जाय ।