Tuesday, 16 November 2010

बकरीद पर विशेष


आज बकरीद है | मेरी ओर से हमारे मुसल्मान भाई बंधू को त्यौहार कि बहुत बहुत बधाई............    



ईद-उल जुहा जैसे-जैसे नजदीक आ रही है, महानगर के मुस्लिम बहुल क्षेत्र के बाजारों की रौनक बढ़ने लगी है। बाजारों में ईद की खरीदारी के लिए सुबह से शाम तक खरीदारों की भीड़ लगी रहती है। यहां पर खरीदार बकरे, नए कपड़े, खजूर और सेवई खरीद रहे हैं।
शुक्रवार यानी जुम्मे के दिन बकरीद होने पर अब इसका महत्व ज्यादा बढ़ गया है। बकरीद पर इन दिनों बाजार भी गर्म हो गया है। महानगर के गोल मार्केट, कैला भट्टा, इस्लाम नगर, घंटाघर, तुराब नगर मार्केट आदि में मुस्लिम महिलाएं और बच्चे नए कपड़े खरीद रहे हैं। ठंड की वजह से बाजार में भी नई डिजाइन के कपड़े बिक रहे हैं। बच्चे और युवा वर्ग रैक्सीन और लेदर के जैकेट से लेकर फैदर के स्वैटर को ज्यादा पसंद कर रहे हैं। वहीं महिलाएं और युवतियां अपने पसंद के कपड़े खरीद रही हैं।
बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरे का बाजार भी तेज हो गया है। बकरे का कारोबार करने वाले व्यापारी मोहम्मद गुलफाम ने बताया कि महानगर में बकरीद पर कुर्बानी के लिए बकरे अजमेर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, खुर्जा, मेरठ आदि स्थानों से लाए जाते हैं। इन बकरों की कीमत उनके वजन और रूप रंग के आधार पर तय होती है। वैसे इन दिनों बाजार में बकरे की कीमत अन्य दिनों के मुकाबले ज्यादा हो गई है। छोटे बकरे की कीमत 3 से 5 हजार के बीच है। जबकि बड़े बकरे जिनका वजन औसतन ज्यादा है, की कीमत 6 से 20 से 25 हजार के बीच है।
बकरीद पर कारोबार चमक जाता है। औसतन प्रतिदिन अकेले कैला भट्टे में ही 2 से 3 लाख रुपये का कारोबार हो रहा है। जबकि अन्य दिनों में काफी कम होता था। बकरीद पर कुर्बानी देना शबाब का काम माना जाता है। इसलिए हर कोई उस दिन कुर्बानी देता है।

दीपक

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